Saturday, December 29, 2012

आज का बेटियों का मुक्तक ==
३०-१२-२०१२
एक कोमल लता आपकी बेटियां |
कब रहीं है सता आपकी बेटियां |
अंश ये आपकी वंश ये आपकी |
आपका हैं पता आपकी बेटियां ||

डॉ अजय जनमेजय  
 

Friday, December 28, 2012

आज का बेटियों का मुक्तक  =======
२८-१२-२०१२ 
बेटियां साधक सतत हैं  साधना की |
मूरती  हैं  शुद्ध  सच्ची  भावना  की |
पर  हुई  कैसे विखंडित सोचिये तो |
आ रही  है  बू  किसी दुर्भावना  की ||

डॉ अजय जनमेजय 
आज का बेटियों का मुक्तक 
२९-१२-२०१२ 
बेटियां आती हैं इक पहचान लेकर |
प्यार सबका पा रहीं सम्मान देकर |
आन पर या शान पर जो बात आए |
ये  बचातीं  हैं  घराने , जान  देकर ||

डॉ अजय जनमेजय 

Thursday, December 27, 2012

आज का बेटियों का मुक्तक 
२७-१२-२०१२ 

बेटियां गर हों तो सपने   पूर्ण होते |
बेटियां गर हों तो अपने   पूर्ण होते |
बेटियां माला हैं तुलसी की समझिये |
साथ इनके मन्त्र जपने  पूर्ण होते ||

डॉ -अजय जनमेजय 

Tuesday, December 25, 2012

आज का बेटियों का मुक्तक |
२६-१२-२०१२

बेटियाँ है ढोल   के  इक थाप जैसी |

हैं भजन  के  साथ  वो आलाप जैसी |
आ गए  जबसे  दहेजी  भेडिये कुछ |
बेटियाँ क्यों हो गयीं अभिशाप जैसी |
डॉ - अजय जनमेजय