Tuesday, January 1, 2013

आज का बेटियों का मुक्तक =====
०१-०१-२०१३
बेटियां  झोंका  हवा  का  एक   शीतल |
बेटियां माँ के लगा  आँखों  में  काजल |
आज हम उनको बचालें  फिर तो बेशक |
बेटियां ही कल बनेंगी   माँ  का आँचल ||

डॉ अजय जनमेजय