आज का बेटियों का मुक्तक =====
०१-०१-२०१३
बेटियां झोंका हवा का एक शीतल |
बेटियां माँ के लगा आँखों में काजल |
आज हम उनको बचालें फिर तो बेशक |
बेटियां ही कल बनेंगी माँ का आँचल ||
डॉ अजय जनमेजय
०१-०१-२०१३
बेटियां झोंका हवा का एक शीतल |
बेटियां माँ के लगा आँखों में काजल |
आज हम उनको बचालें फिर तो बेशक |
बेटियां ही कल बनेंगी माँ का आँचल ||
डॉ अजय जनमेजय